रोम: इटली ने निजी तौर पर चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग को बता दिया है कि उनका देश बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव से बाहर निकलेगा। बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव को लेकर इटली के संबंध अमेरिका से खराब हो गए थे। इटली जी7 समूह का एकमात्र ऐसा सदस्य है, जो चीन के बीआरआई में शामिल हुआ है। जॉर्जिया मेलोनी ने चीनी प्रधानमंत्री को यह जानकारी नई दिल्ली में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान दी। जॉर्जिया मेलोनी ने कहा है कि वह चीन के साथ संबंधों को बेहतर बनाना चाहती हैं जो बेल्ट एंड रोज इनशिएटिव के बिना भी संभव है।
ब्लूमबर्ग ने इस घटनाक्रम से परिचित एक व्यक्ति के हवाले से बताया कि भारत में समूह 20 शिखर सम्मेलन के मौके पर शनिवार को एक बैठक के दौरान मेलोनी ने चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग से कहा कि इटली चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के हस्ताक्षरित बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव से हटने की योजना बना रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि वह अब भी चीन के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए रखना चाहती हैं। इटली ने बीआरआई समझौते पर पर आधिकारिक तौर पर 2019 में हस्ताक्षर किया था। इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी चीन के व्यापार प्रतिशोध के डर से अपनी सरकार के फैसले को बताने से पहले समय ले रही हैं।
इस साल की शुरुआत में ही दावा किया गया था कि इटली ने अपने सहयोगियों को संकेत दिया था कि वह चीन के बीआरआई से बाहर निकलने का इरादा रखता है। लेकिन, मेलोनी को महीनों से यह डर सता रहा है कि प्रतिशोध के जोखिम को सीमित करते हुए बीजिंग को इस तरह के निर्णय की जानकारी कैसे दिया जाए। मेलोनी ने कहा है कि वह आने वाले महीनों में चीन का दौरा करेंगी और यह मुद्दा संवेदनशील है, खासकर तब से जब इटली में चीन के राजदूत ने चेतावनी दी थी कि अगर इटली समझौते से हट गया तो इसके लिए 'नकारात्मक परिणाम' होंगे।
जय हिन्द.. जय भारत.. 🇮🇳
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